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लोगो में अतिक्रमण फ़ैलाने कें प्रति डर बैठाने की है ज़रूरत, तभी मिलेगी जाम से मुक्ति
-इमरान ज़हीर
मुरादाबाद जिले में सभी थाना छेत्रों में पुलिस आज सुबह से एक्टिव दिख रही थी, आनन फानन में सभी थाना छेत्रों में बढ़ रहे अतिक्रमण को हटाने का निर्देश आलाधिकारियों से क्या मिला पुलिस सक्रीय दिखने लगी । सभी को अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करनी थी इसलिए सभी थाना छेत्रों में सड़क के किनारे फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए पुलिस फोर्स ने अपना काम शुरू कर दिया लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि एक दिन या एक हफ्ता चलने वाले इस अभियान में आखिर कितना दम है ।
मुरादाबाद शहर जाम के झाम से हर पल जूझता हुआ नज़र आता है । इस जाम से छुटकारा दिलाने की कवायद में ट्रैफिक पुलिस भी नाकाम साबित हुई है । हालाँकि ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल रूम में यदि किसी ने जाम की सूचना दे दी है तो तत्काल उस जाम को खुलवाने के लिए लखनऊ कण्ट्रोल रूम से निर्देश दिया जाता है । साथ ही इसपर त्वरित कार्यवाही कर जाम को खुलवा दिया जाता है । लेकिन सोचने वाली बात है कि क्या यहाँ हर कोई जागरूक है जो पल पल में लग रहे जाम की सूचना कण्ट्रोल रूम को दे सके । शहर में प्रतिदिन कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी सड़कों पर आते जाते दिख जाते है लेकिन इस जाम से छुटकारे को लेकर अभीतक कोई विशेष पहल नहीं की गई ।
डबल फाटक हो या कपूर कंपनी, काठ रोड हो या चमक का पुल सभी जगह हालात ऐसे ही है लोगो ने दुकानों को आगे बढ़ा कर जाम लग जाने को बढ़ावा दिया तो नो एंट्री में वाहन का प्रवेश भी एक बड़ी वजह है । शहर में रेड लाइट भी बेमानी साबित होती देखि जा सकती है । लाइट ग्रीन हो या रेड सभी एक धुन में नियमो को तोड़ते हुए निकलते देखे जा सकते है । ऐसे लोगो पर पुलिस द्वारा न तो कोई एक्शन लिया जाता है और न ही उन्हें इसका कड़ाई से पालन करने हेतु जागरूक किया जाता है ।
आज चलाये जा रहे अतिक्रमण अभियान से जाम भी खुलेगा और लोग सड़क पर अतिक्रमण भी नहीं करेंगे । लेकिन कल एक नई सुबह के साथ वही जाम और वही अतिक्रमण देखने को मिलेगा । महीने में एक दिन या एक हफ्ता चलने वाले इस अभियान से जाम से छुटकारा नहीं दिलवाया जा सकता ।
डबल फाटक चौराहे पर जाम को नियंत्रित करने में लगे पुलिसकर्मी भी नाकाम साबित होते रोज़ दिख जायेंगे । ऑटो रिक्शा हो या बैटरी ऑपरेटेड रिक्शा सभी जाम लगाने में अपनी अहम् भूमिका निभाते नज़र आ ही जाते है । लेकिन वहीँ मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी इसे नज़र अंदाज़ करते नज़र आते है । यदि किसी ने गलती से भी इनसे कह दिया की सर इन ऑटो वालों को साइड में करवा दीजिये तो उनका जवाब भी बड़ा गैर जिम्मेदाराना होता है ।
Writer:imranzaheer(
2017-03-18
)
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